ख्वाब जो पूरा हो वो ही घर मिल गया।
अब सच्चा प्यार भी जीवन भर मिल गया।
इस जीवन का सफ़र अब आसान होगा,
तुम्हारे सफ़र में अब हमसफ़र मिल गया।।
मोहित जागेटिया
ख्वाब जो पूरा हो वो ही घर मिल गया।
अब सच्चा प्यार भी जीवन भर मिल गया।
इस जीवन का सफ़र अब आसान होगा,
तुम्हारे सफ़र में अब हमसफ़र मिल गया।।
मोहित जागेटिया
प्रीत तुम से निभानी पड़ी,
एक रीत निभाने के लिए।
जिंदगी को समझा जिसने,
जीवन को बनाने के लिए।।
जीवन सदा गुलजार रहे ,
मोहब्बत भरा ये सफ़र हो।
शुक्रिया तुम्हारा करते,
जिंदगी में आने के लिए।।
मोहित जागेटिया
हर सच्चे इंसान का ठिकाना बदल गया।
बिना मतलब कहीं आना-जाना बदल गया।
अब तो सच की दुनिया से झूठी दुनिया तक ,
हर दोस्ती का अब हर दोस्ताना बदल गया।।
मोहित जागेटिया
मेहंदी,चूड़ी,बिंदी का सोलह श्रृंगार करती।
हर नारी अखंड सौभाग्यवती सदा बनी रहे,,
करवाचौथ का उपवास कर के त्यौहार करती है।
मोहित जागेटिया
जनता का सदा अपमान हुआ
नेता कब किसका सगा हुआ?
ये कोई क्यों नही समझ पाया
अपने स्वार्थ के लिए आज उसका,
कल किसी और का बन जाता है।
न पार्टी अपनी हुई
न जनता अपनी हुई।
बस अपमान तो जनता का सदा हुआ।
जनता लड़ती अपनों से चुनाव के वक्त
एक दूजे के दुश्मन तक बन जाते है।
नेता जो दुश्मन होते है। वह भी तो
दोस्त बन जाते है।
कैसा राजनीति का ये युग आया है
नेताओं को कोई नही समझ पाया।
मोहित जागेटिया
हवाओं का इशारा तो कुछ और कह रहा है।
फिजाओं की महक में तो ये इश्क बह रहा है।
जरा मासूम मासुमियत को समझ लो इसबार,
विरह की वेदना का ये दिल ज़ख्म सह रहा है
मोहित जागेटिया
हर मुश्किल में सहायक बने हो।
जनता के तुम तो नायक बने हो।
दे रहा दिल तुमको बधाई आज,
तुम तो हमारे विधायक बने हो।
मोहित जागेटिया