माँ भारती की फिजाओं में सदा ही गुणगान होगा।
वतन की हिफाज़त में सदा आपका ही बखान होगा।
गर्व था देश को सदा गर्व है,आपकी वीरता पर,
नमन करता हूँ आपको,भारती पर अभिमान होगा।
मोहित जागेटिया
अलविदा
न भूले थे न भूलेंगे हम उनकी शहादत को।
याद रखेंगे हम सब वतन की इस मोहब्बत को।।
जिन रास्तों से तुम गुजरे थे वो याद आएंगे।
अब उनकी ये गाथा अमर स्मृतियों में पाएंगे।
इस देह शौर्य की वो अब अमर कहानी हो गये।
हर आँखों में बसा ओस का वो पानी हो गये।
सब कुछ न्यौछावर कर गये वतन की हिफाजत को।
याद रखेंगे हम सब वतन की इस मोहब्बत को।।1
माँ भारती के मस्तक का अमर चन्दन हो गये।
हम सबको जगा कर तिरंगे में वो अब सो गये।
हवाओं में लहराते वो आसमानी हो गये।
एक सच्चे वीर वो अब हिंदुस्तानी हो गये।
वतन की सच्ची मोहब्बत का वो एक नाम है।
इस आखरी विदाई को हमारा ये सलाम है।
न भूले थे न भूलेंगे तुम्हारी इस चाहत को।
याद रखेंगे हम सब वतन की इस मोहब्बत को।।2
-- मोहित जागेटिया