Sunday, August 21, 2022

दोहा

अधरों पर बंशी सजी,देते गीता ज्ञान।
शोभा सुंदर श्याम की,मंद मंद मुस्कान।।
मोहित जागेटिया

श्याम याद आता है

उसकी वंदना में मैं अपना सुर सजाता हूँ।
सदा श्याम की चरणों में मैं शीश झुकाता हूँ।
मुश्किल में रहूँ या सुख में रहूँ जैसे भी रहूँ,
मगर मुझे हर पल मेरा श्याम याद आता है।।
मोहित जागेटिया

कृष्ण

मेरे भुवन मोहन कन्हैया के प्राकट्य उत्सव की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।।

फूलों से मेरे कान्हा का हर एक मंदिर सजायेंगे।
दूध,दही,मिश्री,माखन,पंच मेवा का भोग लगाएंगे।
हम खूब नाचेंगे,गाएंगे,आज ये शुभ दिन आया,
बड़े धूम धाम से कान्हा के जन्मोत्सव मनाएंगे।।
मोहित जागेटिया

छंद कृष्ण


मनहरण छंद


वंदावन बसा धाम,
कन्हैया उसका नाम,
जन्म ले कर जेल में,
दर्शन को आएँगे ।।

सांवले शलोने श्याम,
मुरली वाला वो नाम,
मटकियां को फोड़ेगा 
माखन चुराएँगे ।

नटखट नन्दलाल,
वो है गोकुल का ग्वाल,
यमुना किनारे श्याम,
बंशी बजाएँगे ।

यशोदा का दुलारा है,
बाबा नन्द का प्यारा है,
जब अवतार होगा,
वो पाप मिटाएँगे ।।

-- मोहित जागेटिया

तिरँगा

तिरंगे की शान का आज ये अभिमान आ रहा है।
देश की दिशाओं में तिरंगे का नशा छा रहा है।
इसबार हर हाथ में राष्ट्र ध्वज हमारा तिरंगा हो,
देश हमारा आज़ादी का अमर गान गा रहा है।
मोहित जागेटिया


हर घर,हर गली में तिरंगा हमारी शान है।
गगन में ये तिरंगा भारत का स्वाभिमान है।
जज़्बात, जुनून देश भक्ति का भाव जहाँ भरा,
तिरंगा भारत की संस्कृति का गौरव गान है।
मोहित जागेटिया

आज़ादी का अमृत महाउत्सव


इस मिट्टी की अब अलग कहानी होगी।
वतन के ख़ातिर तो हर जवानी होगी।
आज़ादी के अमृत महोत्सव पर यहाँ,
हर घर पर तिरंगे की निशानी होगी।।
मोहित जागेटिया

आज़ादी का 75 वर्ष




75 वे स्वाधीनता दिवस की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।।ये आज़ादी का अमृत महाउत्सव उन वीर जवानों को समर्पित है जिन्होंने इस देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी।माँ भारती के सेवा करने को समर्पित है।ये देश अब उमंग,जोस,हिम्मत,गर्व के साथ माँ भारती के सेवा के साथ आगे बड़ रहा है।देश मजबूती के साथ खड़ा है।  जय हिंदी,जय माँ भारती,

भारत माँ की जय का उद्घोष मैं हर बार गाओ।
तिरंगे की आन,बान शान में हर पल इतराओ।
हमेशा माँ भारती की सेवा और समर्पण में,
तिरंगे की खुशबू बन कर फिजाओं में लहराओ।
मोहित जागेटिया