Tuesday, April 30, 2019

मजदूर

  "कविता"

सुबह जाता हूँ
शाम को घर आता हूँ
दिन भर पसीना बहाता हूँ
अपना,अपनी मेहनत का
मैं खाता पीता हूँ।
हाँ मजबूर हूँ!
क्योंकि मैं मजदूर हूँ।
धूप,सर्दी, बरसात में सहता हूँ
क्या होती है? भूख जब
पत्थर को सिर पर उठाता हूँ।
आखों में आंसू
दिल मे दर्द रहता है
जब शाम को घर आता हूँ
जैसे तैसे रात को भूख मिटा कर
सुकून की नींद में सो जाता हूँ।
हाँ ,मैं मजदूर हूँ!
पर अपनी मस्ती में रहता हूँ ।
लोग दबाते,कमजोर समझते
शोषण भी करते है।
पर मैं अपनी मेहतन से उनको दबाता हूँ।
हाँ !मैं मजदूर हूँ क्योंकि में मजबूर हूँ। ।

                मुक्तक
खुद को मैने अपनी मेहनत से आगें बड़ाया।
मेहनत के दम पर मैंने खून पसीना बहाया ।
मैं कभी किसी भी काम से अब घबराता नही हूँ,
अपनी मेहनत के दम पर मैं मजदूर कहलाया।।
मोहित जागेटिया

अधूरे सपने

अधूरे सपनों को देख कर दिल मेरा रोता है।
एक पिता का साया अपने बच्चे पर होता है।
जब एक माँ घर मे नही होती हैं तो उस घर में
बच्चा और पिता कभी नही सुकून से सोता है।
मोहित जागेटिया

Monday, April 29, 2019

मतदान

ये भारत महान रहें, लोकतंत्र है शान।
ज्यादा से ज्यादा पड़े,भारत का मतदान।।

Tuesday, April 23, 2019

जन्मदिन

     "जन्मदिन मुबारक हो"
जन्मदिन पर आज दुआ हैं हमारी।
सदा  खुश  रहें  ये दुनिया  तुम्हारी।।
सदा प्रफुल्लित हो जीवन तुम्हारा।
सदा खुश का आशीष दे जग सारा।।
हर पल पुष्प वर्षा की बरसात हो।
सपना जो सच हो आज वो रात हो।
पूरे हो तुम्हारे आज सारे अरमान।
होंठों पर रहें हर क्षण ये मुस्कान।।
जिंदगी का हर पग पथ हो आसान।
सदा,सदा खुश रखें तुम्हें भगवान।।
यश,कीर्ति,प्रगति,उन्नति का विकास हो ।
चाहो  जो  खुशी  तुम्हारे  पास  हो।।

Sunday, April 21, 2019

पृथ्वी


अतुकांत कविता  
  मैं पृथ्वी हूँ
सात समंदर से बनी मैं पृथ्वी!
ये आकाश मेरा है ये धरती मेरी है
इस पर बहती पवित्र नदियाँ
झरने,पेड़ पौधे फूल कलिया
सब मेरे है।
कही पर सागर तो घाघर है
कही पर पर्वत,पहाड़ तो
कही हिमालय है और कही
रेत का रेगिस्तान है।
कितनी प्यारी मैं हूँ पृथ्वी
जीव,जंतु,चर अचर प्राणी
सब मेरे पर रहते हैं।में सब का
पालन पोषण करती हूँ।
मैं अम्बर हूँ,में ही चाँद तारे सितारें हूँ।
में शुद्ध हवा हूँ।
मैं ऋषियों,मुनियों की तपो भूमि
यज्ञ हवनों से शुद्ध रहती थी।
पर आज लोगों ने मुझे दूषित
प्रदूषित कर डाला।
में बरसात हूँ, मैं ही आपदा हूँ
मेरा करो तुम सब अब बचाव
वरना इसकी सजा सबको मिलेंगी।।

Thursday, April 18, 2019

हनुमान जयंती


हनुमान जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं

संकट हरते पाप भी,संकटमोचन नाम।
चरणों मे हनुमान के,होते सारे काम।।

मंगल जिसका वार है,मंगल के भगवान।
पवन पुत्र राम दूत है,रामभक्त हनुमान।।

जब सीने में राम है, राम भक्ति में ध्यान।
पूजा करते राम की ,रामभक्त हनुमान।।

मोहित जागेटिया

बजुर्गो का सम्मान देना


रोती हुई आँखों पर तुम तो मुस्कान देना।।
जिस छाया में सुकून मिलें वो पहचान देना।
हमेशा उनका मान और सम्मान करना तुम,
दुआयें मिलेंगी बुजर्गो को सम्मान देना।।
मोहित जागेटिया

Wednesday, April 17, 2019

तुम जैसे हो वैसे स्वीकार करू

तुम जैसे भी वैसे तुमको में स्वीकार करू।
मैं नदी किनारें हर रोज अब इंतजार करू।
तेरी मोहब्बत की कश्ती में डूब कर आज,
मैं बाँहों में भर लूँ तुझको आओ प्यार करू।।
मोहित जागेटिया

Tuesday, April 16, 2019

पेड़ लगाना

"पेड़ लगायें"
जब हरियाली होगी
तो खुशहाली होगी।
महक जाएगा वातावरण
जब पेड़ो की महकी महकी खुशबू आएगी।
जीने के लियें जरूरी है
हर साँसो के लिए जरूरी है
पड़े हम सबके लियें बहुत जरूरी है।।
आओ हम सब पेड़ लगायें
चारों और हरियाली बनायें
पेडों का हम पर कर्जा है
उस कर्जे को पेड़ लगा कर उतारे ।
जब दुनिया से हम चले जायेंगे
वो अर्थी भी पेड़ो की लकड़ी की होगी
जब दुनिया हम को जलायेगी वो
लड़की भी पेड़ो की होगी।
इस कर्जे को उतारने के लियें हम सब पेड़ लगायें।
कुदरत को सुंदर बनानें के लियें
प्रकति को मजबूत बनानें के लिए
आओ हम सब पेड़ लगायें।।
मोहित जागेटिया
भीलवाड़ा राज.

शादी की सालगिरह

सात फेरों के बंधन को मेरा वन्दन है।
तुम्हारी खुशबू से महकता मेरा मन है।
ये तुम्हारी जोड़ी हमेशा सलामत रहें,
तुम्हारा बन्धन तो ये प्यार का बंधन है।।

महकती रहें तुम्हारी हर सुबह और शाम।
तुम रूकमणी रहों सदा वो तुम्हारे श्याम।
जिंदगी के पथ पर साथ दो उस राम का तुम
तुम उनके नाम रहों वो अब तुम्हारे राम।।

जिंदगी मैने कर दी तुम्हारे नाम।
अब तुम्हारे पास  मेरे  चारों धाम।
तुम्हारे साथ जीवन सफल हो जाएं
में रूखमणी बनू तुम हो मेरे श्याम।।

साथ  दूंगी  साथ  रहूंगी  हमेशा  तुम्हारा।
जिंदगी का हर क्षण समर्पित तुमको अब सारा।
मेरी मोहब्बत तुम हो मेरी चाहत तुम हो,
तुम हो प्यारे तुम से नही और कोई प्यारा।

सात फेरों का रिश्ता तुम से बनाया।
हमने तुमको तुमने हमको अपनाया।
मेरे जीवन का सफर हमसफर बन के,
इस जीवन को तुम्हारे संग सजाया।।


Monday, April 15, 2019

दोस्त

1कवि मित्र
अक्षय सर
वैभव जी
पंकज जी
हिमांषु जी
विकाश जी
देव जी बिहार
मुकेश की
अनिल सर जी
बालू लाल सर जी
मोहित जी गर्ग
2गांव से बाहर दोस्त
मोनू जी
मोनू जाट
राकेश सुवालका
ओम की साहू
सत्यनारायण लुहार
उमेश
सावन
विकास
हरि शंकर
धनराज
हेमेंद्र सिंह
राज जाट
गुरुजी के वहां से
पवन जी
कैलाश जी
मिठू बन्ना
माड़ साहब
मिस्त्री जी
कवर सा
बलवीर भैया
सुलतान भैया
लोकेश
पंकज
नारायण
जगदीश
विनोद
लक्षणम सिंह
कैलास सेन
ललित सेन
सत्यनारायण सेन
योगेश सेन
ओम जी सेन
सुभाष जाट
भेरू सेवदा
गोपाल जी गोरा

कुण्डलिया छंद

बस तेरा साथ हो,दिल में तेरा नाम।
मैं तेरी पूजा करू,हो जाये सब काम।।
हो जाये सब काम,मेरा दिल मानता है।
तुम को मेरे श्याम,मेरा दिल जानता है।।
प्रभु तुम हो स्वीकार,अब हो उद्धार मेरा।
जीवन में हर वक्त,अब साथ हो बस तेरा।।
मोहित जागेटिया
भीलवाड़ा राज.

Sunday, April 14, 2019

हम लो चलें दुनिया छोड़ कर


,,
,जिंदगी मैं लौट कर अब नही आहूँगा,
मेरी खुशबू ये ही रहेगी ,
आवाज देना,हर फ़िजा में रहूंगा,
मेरे शब्द आबाद रहेंगे मेरी आवाज नही।
सीखा है जिंदगी तुम से
जिंदा रहना,पर आज तुम से मैं हार गया हूँ।
हर सुख दुख अब में भूल जाहूँगा,
क्या अच्छा क्या बुरा ये अब नही
पहचान पाहूँगा।
जिंदगी अब में जा रहा हूँ,
ये जहां आबाद रहें
बस अब मेरी फिक्र करना छोड़ दो
अब वापस मैं नही आहूँगा।।
मेरा वक्त इतना ही था
मेरा सफर आज पूरा हुआ,,,

मतदान

आज हम मजबूत करें, भारत का संविधान।
लोकतंत्र मजबूत हो,ज्यादा हो मतदान।

Friday, April 12, 2019

तुम से प्यारा

तू मेरी दुनिया तू मेरा सहारा है।
तुम से ये सुंदर संसार भी सारा है।
जो तुम को समझें न समझें वो तुम्हारा,
तुम से और कोई नही मुझें प्यारा है।।
मोहित जागेटिया

Wednesday, April 10, 2019

सम्मान

                  
मधुशाला परिवार ने दिया जो मुझें प्यार।
में उसका करता हूँ शुक्रिया वह आभार।
साहित्य  यात्रा  ऐसे  ही  अब  चलती रहें,
इस सम्मान को दिल से करता हूँ स्वीकार।।

मेरे शब्दों को हमेशा मिलती रहें उड़ान।
हर  चेहरे  पर  हो  मेरे  शब्दों से मुस्कान।
मेरी कलम हर पल सच्चाई पर चलती रहें,
सदा यू ही मिलता रहें हमेशा सम्मान।।

फुटपाथ

देख कर हाल इनका मेरा दिल भी रोता है।
जब बच्चा इस हाल में फुटपाथ पर होता है।
हर सरकारें वादा करती विकास का फिर भी
आज गरीब का बच्चा फुटपाथ पर सोता है।
मोहित जागेटिया

मोदी

देश का जिसने मान बड़ाया उसको सत्ता का अधिकार है।
लोकतंत्र  में  मोदी  जैसे  नेता  का  सत्कार हर  बार  है।
देश  को बड़ाया  जिसने  देश  के  चोर  लुटेरों से बचाया,
मोदी सच मे देश का आज एक सच्चा ही चौकीदार है।
मोहित जागेटिया

Sunday, April 7, 2019

अश्क

   अश्क
जिंदगी में अश्क
का मोल वो क्या जाने
जो अश्क़ को बस पानी समझते है।
उनको पूछो अश्क क्या है?
जो इसकी कीमत जानते है।
जो अश्क़ को जानते है
उनके लिये तो हर अश्क की
बूंद मोती है।
दुख और गम के अश्क अलग है
वो दर्द ही दर्द देते है
आँखों को सन्दर बना देते है
सुख और खुशी के अलग होते हैं अश्क़
जो जिंदगी को जिंदगी बनाते है।
दुख दर्द के अश्क़ जिंदगी को अंदर
काट देते है।
जिसने अश्क को पहचान वो अपना है
जिसने अश्क़ को दिया वो पराया है
दुख दर्द को हल्का कर देता
अश्क बाहर आ कर।।
मोहित जागेटिया
जिला भीलवाड़ा राज.
9950100169

Saturday, April 6, 2019

हिन्दूनव वर्ष

हिन्दू संस्कृति के गौरव को आज हम गाएंगे।
सत्य सनातन धर्म को हमेशा हम निभाएंगे।
नई उमंग नयें हर्षउल्लास के साथ हम सब,
चैत्र एकम से हम हिन्दू नववर्ष मनाएंगे।।
मोहित जागेटिया

आया सखी तेरा साजन

आज आया सखी तेरा साजन।
खुद को सवार ले अपने तन मन।
कर ले आज तू सोलह श्रृंगार,
माथे पर बिंदिया हार कंगन।।

सज के बन जा राजा की रानी।
नयनों से न आये कभी पानी।
चमकती रहें निशा की चांदनी,
हो जायें अब ये भोर सुहानी।।

सपनों वाली आज ये रात हो।
गीत गज़लों में सारी बात हो।
आज साजन से प्यार इतना हो,
आलिंगन वाली मुलाकात हो।।
मोहित जागेटिया

Thursday, April 4, 2019

मेरा गांव

मेरा गांव

आज दुनिया मे सबसे प्यारा मेरा गाँव
मिलती बरगद की ठंडी ठंडी यहाँ छाँव
सरोवर हमारी यहाँ की वो पहचान है
इस मिट्टी में रहती हमारी मुस्कान है।
पीने का अमृत सा यहाँ मीठा पानी है
ऐसे बनी हमारी गांव की कहानी है।
चारों और बसा देवता का हर वो स्थान
जहाँ पर मिलती हमको सुकून की वो शान।
लोगों के आपस मे बना रहता विश्वास
दुनिया मे सबसे प्यारा मेरा सिदडियास।
मोहित जागेटिया
भीलवाड़ा राज.
9950100169

सब तुम्हारे नाम पर स्वीकार है

"सब तुम्हारे नाम पर स्वीकार है"

तेरे  दिल  से  आज  सच्चा  प्यार है।
तेरा  प्यार  तो  सच  मे  दमदार है।
मुझे प्यार जो मिला जितना भी मिला
सब  तुम्हारे  नाम  पर  स्वीकार  है।।

जिंदगी की ये जीत है न हार है
वक्त के साथ जिंदगी किस पार है
सफर ये चल रहा जिंदगी के साथ,
सब तुम्हारे नाम पर स्वीकार है।।
मोहित जागेटिया

Tuesday, April 2, 2019

सच मे प्रेम

उठ कर good morning का
इंतजार कर रहा था
उठे हो या नही इस बात का
बवाल कर रहा,जैसे जैसे वक्त निकला
खाना खाया या नही खाया
टिपन लिया या नही लिया
ये सवाल स्कूल जाने से पहले कर रहा था
जैसे बस जाती है उससे तुमको देखने का
मैं इंतजार कर था।।
होता है तुम्हारे लंच कब बस
उस लंच में खाना खाया या नही खाया
इस sms का इंतजार में था।
सो जाता तुम्हारा sms देख कर
जब नींद खुलती तो तुम्हारा
आने का इंतजार होता
कब तुम्हारी बस आएगी
कब तुम मुझे दिखोगी।
बस आने के बाद फिर ये सवाल फिर होता
क्या खाना खाया या नही खाया
क्यों नही खाया अभी तक,
फिर तोड़े समय बाद
आपका sms आता में पानी लेने जा रही हूँ
आने के बाद बोलते में सब्जी ले कर आ जाती हूँ
फिर आप से बात करूँगी,
बाद में बात करते करते शाम ढल जाती
में फिर घर आता ,,आपके sms करता
वापस घर से आता आपको बोलता
आप भी दीपक करने आ जाओ,,,,
आते वक्त तोड़ी सी मुलाकात होती
दिल मे सुकून मिलता,,
जब रात होती तुम भी खाना खा लेती
में तुम्हारे कॉल करता फिर से वापस तुम
कॉल करती,बात बात में लड़ाई हो जाती
में तुमको मनाता तुम मुझे मनाती
ऐसे में रात हो जाती,,,,,,सच मे
ये एक सच्चे प्रेम की कहानी है
इसको देख के आज आखों में पानी है।

घनाक्षरी छंद

     "मनहरण घनाक्षरी छंद"

करें जो सबका काम,होगा उसका ही नाम
कैसी है ये सरकार सबको बताएंगे।।
कौन सा नेता है अच्छा,कौन सा दिल से सच्चा
कैसा क्या काम किया,सबको दिखाएंगे।
बदला जो परिवेश,बढ़ रहा ये वो देश
देश हित मे चुनेंगे,ये ही समझाएंगे।।
सबको जिससे आस,उस पर हैं विश्वास,
एक बार फिर हम, मोदी को जिताएंगे।।

मोहित जागेटिया

मैं उगता सूरज अब तो शाम को डल रहा हूँ

न मंजिल न रास्ते जाने किस और चल रहा हूँ।
ख्वाब अधूरे हैं ख्वाब से आज निकल रहा हूँ।।

आशायें, विश्वास हैं कैसे जीवन जी रहा
उस भगवान की आस्था के बल पर पल रहा हूँ ।।

दिल भी मेरा तड़प रहा सफर अब कहाँ पर है
उस मोम की तरह मैं मन से अब पिघल रहा हूँ।।

कैसी जिंदगी आज हैं वैसे कल क्या होगा
इस सोच की आग में आज मैं खुद जल रहा हूँ।।

हर दिन उम्र सुबह से शाम के बीच निकल रही
मैं उगता सूरज अब तो शाम को ढल रहा हूँ।।

मोहित जागेटिया