मैं भीलवाड़ा हूँ...
भीलवाड़ा , जो कोरोना में
वही भीलवाड़ा , मॉडल
मेरी दुनिया में
पहचान बनी थी ।
आज मैं वही भीलवाड़ा हूँ ।
जो जघन्य अपराध ,
नाबालिक का बलात्कार ,
हत्या और लूट जैसी घटनाओं के
मातम पर रो रहा हूँ ।
बेटियों की असुरक्षा की
रोज दास्तान सुन और
देख रहा हूँ ।
कहाँ बेटियों की सुरक्षा की बातें होती हैं
और इधर...
कैसी-कैसी घटनाएँ सामने आ रहीं हैं ?
कभी स्कूल में बेटियों को
मल-मूत्र पिलाया जा रहा है
तो कहीं पर नाबालिग बेटियों से
दुष्कर्म कर के मार कर
जलाया जा रहा है ।
उस निर्दोष मासूम बेटी का क्या दोष था ,
जिसको भभकती आग में जला दिया गया ?
ऐसी क्या मजबूरी थी
जो हैवानियत बन गई ?
कैसे कोई किसी को
टुकड़ों में काट सकता है ?
सत्ता पक्ष और विपक्ष
बस राजनीति कर रहें है ,
प्रशासन भी लाचार दिख रहा है
किसी को कोई कानून का भय नहीं !
इसलिए ऐसी घटनाएँ घट रहीं हैं ।
ऐसे अपराध से मैं
अब हैरान हूँ ।
मेरे ( भीलवाड़ा ) दामन के दाग पर
आँसू बहा रहा हूँ ।
सबको इंसाफ की लड़ाई में
आगे आना होगा ।
जो भी दोषी है उनको
फाँसी पर जल्द से जल्द
लटकाना होगा ।
ऐसी सजा
दोषियों को जल्द मिलें कि
भीलवाड़ा की एक मिसाल
देश मे बन जाए ,
हर बेटियों को इंसाफ मिल जाए ।
*-- मोहित जागेटिया*
गाँव-सिदडियास भीलवाड़ा