*महेश वंदना*
भगवान महेश करें तुम्हारी हम ये वंदना ।
शीश झुका कर चरणों में नित्य जय महेश जपना ।।1
हम माहेश्वरी भगवान महेश की संतान है ,
महादेव का मिला हम सभी को ये वरदान है ।
करें हम जो अपना व्यापार खुद ही व्यवहार से ,
ये ही हमारी माहेश्वरी होने की शान है ।।
भगवान महेश करें तुम्हारी हम ये वंदना ।
शीश झुका कर चरणों में नित्य जय महेश जपना ।।2
छोड़ कर हिंसा गए महादेव की हम जो शरण ,
मिला हमको तराजू किया महेश को नमन चरण ।
महेश के आशीर्वाद से बने हम माहेश्वरी ,
करते है महादेव महेश को तन मन समर्पण ।।
भगवान महेश करें तुम्हारी हम ये वंदना ।
शीश झुका कर चरणों में नित्य जय महेश जपना ।।3
आपने ही हमको विवेक बुद्धि तेज ज्ञान दिया ,
हारे थे हम जीवन फिर से जीवन का दान दिया ।
दिल में करूणा भरी है करते हम देश सेवा ,
बना कर माहेश्वरी आपने ये सम्मान दिया ।।
भगवान महेश करें तुम्हारी हम ये वंदना ।
शीश झुका कर चरणों में नित्य जय महेश जपना ।।4
तुम्हारे वंश के तुम्हारी चरणों में आये ,
दिल के सुमन तुम्हारी चरणों में हम जो लाये ।
माहेश्वरी होने हमको खुद को ये गुमान है ,
महेश तुम्हारी वंदना की महिमा हम गायें ।।
भगवान महेश करें तुम्हारी हम ये वंदना ।
शीश झुका कर चरणों में नित्य जय महेश जपना ।।5
-- मोहित जागेटिया
भीलवाड़ा राज.