Wednesday, May 31, 2023

ग़ज़ल

प्यार भरा ये कैसा सफ़र मिला है।
देखा जो उधर वही इधर मिला है।

हर ख़्वाब,उम्मीद सच में सच तो है,
इस जीवन का एक घर जो मिला है।

कुछ उम्मीद की रौशनी जो आई,
गाँव छूटा तो आज शहर मिला है।

जिस रिश्तों का यहाँ पर विश्वास हो,
साथ उनका ये जीवन भर मिला है।।








शादी का पहला महीना

मोहब्बत जो तुम से न कोई शिकायत मिली।
सदा महफूज हो जिंदगी वो अमानत मिली।
एक-दूजे  का  हाथ  थाम  सफ़र  में  चले ,
जिंदगी के सफ़र में सच्ची चाहत मिली।।
मोहित जागेटिया

महाराणा

मेवाड़ पर जिसकी अमिट निशानी है।
जिसके शौर्य,पराक्रम की कहानी है।।

जिसने जीते जी कभी हार न मानी।।
आँखों में बहता सम्मान का पानी।।

धरती हल्दीघाटी की वो शान है।
इस राजस्थान का वो स्वाभिमान है।

महाराणा प्रताप वीरता का नाम ।
उस शहीद चेतक का वो पावन धाम।।

वो अटल हिमालय में चमकता तारा।
महाराणा की चरणों नमन हमारा।।
मोहित जागेटिया


अतुकांत कविता

*लव ज़िहाद*

तुम अभी भी नहीं जागे
तो देख लेना ये अंज़ाम कल 
बहुत बुरा होगा ।
आँखों के सामने वो लोग
 क्या-क्या कर रहें हैं ?
 देख लो एक चश्मे से
 अंदर की आत्मा से
 कैसी-कैसी घटनाएं
 एक साजिश के साथ घट
 रहीं हैं ।
 हर एक बेटी कैसे-कैसे
 साजिश का शिकार हो रही है ।
 बस प्रेम के चक्कर में
 ख़ुद को वो मिटा रही है।
 ये कैसा प्रेम जो ख़ुद
 चाकू की नोक पर
 कट रही है ?
 बिना सोचे-समझे ये 
 प्रेम का नतीजा है जो हर बार
 टुकड़ों में कट रहीं हैं।
हर घटनाएँ सीख दे रहीं हैं
तुम बेटियाँ अब तो जाग जाओ
इस प्रेम में ख़ुद को बर्बाद मत करो ।
इस जीवन में कुछ  फैसला घरवालों
की इजाज़त से भी ले लो ।
देख लो आने वाला कल का समय कैसा होगा ?
आज देख लो । ये जीने नहीं देंगे
ये ख़ुद समय आज बता रहा है ।
कैसे-कैसे हर हिन्दू बेटी लव-ज़िहाद का
शिकार हो रही है ।
हर घटनाओं को जानकर बेटियाँ क्यों 
अनजान हो रही है ??

*-- मोहित जागेटिया*