कास वो लड़की मेरी बन जाती
मेरे हर सपने को पूरा कर पाती
मेरे घर आंगन आ कर वो
मेरे सपनो को वो सजाती।
कास वो लड़की मेरी बन जाती,,,,
मेरे घर की रौनक वो होती
मेरे घर आंगन में वो सोती
हकिगत ख़्वाब वो बन जाती
कास वो लड़की मेरी बन जाती।
मिल कर एक दूजे के सपने को पूरा करते
सपने पूरे हो उस रास्ते पर हम चलते
नेक इरादे होते नही झुटे वादे होते
कास वो लड़की मेरी बन जाती।
मेरे अरमान भी पूरे होते
ये दिन भी इतने बूरे न होते
साथ हम भी उस के चलते ।
कास वो मेरे घर आती
कास वो लड़की मेरी बन जाती।
अब हर ख़्वाब भी टूट गया
साथ उनका भी छूट गया।
वो किसी और के साथ सपनो को सजा रही है
वो अपनी नई दुनिया को बसा रही।
अपनी दुनिया में वो आबाद रहें
जहाँ भी रहें वो अब खुशहाल रहें।
मोहित
Thursday, February 2, 2017
कास वो लड़की मेरी बन जाती
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