Mohit jagetiya
Saturday, January 30, 2021
हिसाब दूंगा
जिंदगी हम से पूछेगी तो हर सवाल का जवाब दूंगा।
अंधेरी राह में खुद को कभी हर रोज आफताब दूंगा।
कैसा रहा मेरी जिंदगी का सफ़र खुली किताब में लिखूं,
बीते हुए दर्द के लम्हें का जिंदगी को हिसाब दूंगा।।
मोहित जागेटिया
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment