जब कल्पना को हकिगत की उड़ान मिलें ।
खुद की नजरों में खुद को पहचान मिलें ।
जिसकी चरणों में शांति का अहसास हो,
ऐसे सन्तों की चरणों में स्थान मिलें ।
मोहित
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