शांति एकता का मिला,हम सबको पैगाम।
जो भी आया फैसला,घर आये प्रभु राम।।
मोहब्बत हो हर तरफ़,ये बना रहें प्यार।
सद्भावना मिशाल हो,सच्चा हो व्यवहार।।
ये न जीत न हार हुई,जीता फिर इंसान।
देखा सबने आज तो,जीता हिंदुस्तान।।
घर मे आयें लौट कर,खत्म हुआ वनवास।
मिला घर आज राम को,ये ही थी वो आस।।
नही किसी की जीत है,नही किसी की हार।
आया जो भी फैसला,करते हम स्वीकार।।
मोहित जागेटिया
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