मनहरण छंद
वंदावन बसा धाम,
कन्हैया उसका नाम,
जन्म ले कर जेल में,
दर्शन को आएँगे ।।
सांवले शलोने श्याम,
मुरली वाला वो नाम,
मटकियां को फोड़ेगा
माखन चुराएँगे ।
नटखट नन्दलाल,
वो है गोकुल का ग्वाल,
यमुना किनारे श्याम,
बंशी बजाएँगे ।
यशोदा का दुलारा है,
बाबा नन्द का प्यारा है,
जब अवतार होगा,
वो पाप मिटाएँगे ।।
-- मोहित जागेटिया
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