दुनिया देखे ,
दुनिया में उस
गद्दार देश जैसा कोई नाम न रहे ।
मिटा दो उसको ,
उसकी कोई
पहचान न रहे ।
ये गोलियाँ , बारूद , ये मिसाइल
ये सब तोहफे हथियार किस काम के
एक बार इन सबको गद्दार देश पर
आजमा लो ।
उसको उसकी भाषा में
जवाब दो ।
भारत के जन -जन पर तुम पर
विश्वास है मोदी जी !
खून का बदला
अब तांडव से होगा ।
हर एक का हिसाब
इस पार या उस पार कर दो ।
देख रहे
आपकी आँखों में वो नमी ,
वो गुस्सा भरा है ।
नम आँखें कुछ तो
कह रही ।
जनता भी आक्रोशित है ,
देश की ये ही मांग है
इस बार कुछ ऐसा
कर दो कि
कभी भारत पर कोई आँख न उठाए ।
जनता की आशाओं का
दीप तुम हो मोदी जी ,
इस बार आप
उनको छोड़ोगे नहीं !
आपने कहा था कि
छेड़ोगे तो छोड़ोगे नहीं ,
ये ही भरोसा
हम सबको आप पर है ।
*-- मोहित जागेटिया*
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