मेरे जीवन की हर सास तुम्हें गुरुवर समर्पण करता हूँ। जीवन की हर बुराई तुम्हारे सामने दर्पण करता हूँ। मेरे नादान जीवन की ज्योति गुरुदेव तुमने जो जलाई , में श्रद्धा और सुमन तुम्हारी चरणों मे अपर्ण करता हूँ। मोहित
No comments:
Post a Comment