मेरी दोस्ती को कभी उनकी ताकत से मत तोलना। दिल से बने इन रिश्तों में कभी तुम झूट मत बोलना। मेरी जिंदगी का सफर हम सफर का ये तजाका है, मेरी वेदना तुम किसी के सामने अब मत खोलना। मोहित
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