Friday, February 12, 2021

न वो स्वीकार

मैं लड़ाई लड़ रहा उनसे जिनसे न जीत न हार है।
मेरी मोहब्बत का सफ़र इस पार नहीं उस पार है।
आज किस बात की सजा दे रही मेरी जिंदगी मुझें,
न उसको में स्वीकार हूँ न मुझे वो कहीं स्वीकार है।।
मोहित जागेटिया

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