*आज ये मौसम आया फाग का*
गीतों में रस भरा अनुराग का।
रंगों में नशा हो अब भांग का।
आनंद से फाग उत्सव मनाएं,
आज ये मौसम आया फाग का। ।
मन में उमंग दिल में बसा प्यार।
फाग की आई आज ये बहार।
सखी संग होली खेले रसिया,
आया होली का आज त्योहार।
कलियां खिल रही महकते उपवन।
होली के फागुन में खिलता तन।
ब्रज की होली के रंग में वो,
प्रेम रंग से खिल जाता हर मन।
मन मे उमंग उत्साह की आग।
खिलता यौवन की कली से बाग।
खेतों में लहराती जो सरसों,
सखियों लो आया महीना फाग।
:-मोहित जागेटिया
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