ये शुभ पावन वेला आई ।
खुशिया ही खुशिया छाई1।
सालो साल बीत गया,मिल गया प्रभु का ये धाम।
कही भक्तों की कठोर तपस्या अब आई काम।
आज मंगल के दीप जला कर प्रभु का गान करो
अवधपुरी सज गई घर आएं सबके आज राम।।
मंगल के सब दीप जलाओ।
खुशिया से खुशी मनाओ।।
आज स्वागत में सज गया हर आंगन का हर द्वार।
राम भक्तों को निमंत्रण,करो सब आज स्वीकार।
बन गया राघव का अयोध्या में भव्य ये मंदिर,,
जानकी खुश होगी खुद का होगा भवन इसबार।।
राम को राम आज घर मिला।
पुण्य पवित्र राम दर मिला।।
सब भक्तों का मन से हर बार अभिनंदन होगा।
फूलों से महकता राम का भव्य आंगन होगा।
सुना था ये मन,प्यासा था बिन दर्शन से ये तन,
प्रभु राम की अलौकिक छवि का रोज दर्शन होगा।।
अवधपुरी को खूब बधाई।
शुभ वेला जो अब पाई।।
राम विराजेंगे सज गया राम का ये दरबार।
मंगल आरती होगी ,होगा राम का श्रृंगार।
राम का करो स्वागत राम जो अपने घर आएं,
इस पावन तिथि का हर बार मनाएंगे त्यौहार।।
अब तो राम लला आएंगे।
राम के गीत गाएंगे।।
इस शुभ घड़ी में प्राण प्रतिष्ठा विधि विधान होंगे।
शुभ पल में सारे देवता और भगवान होंगे।
पुष्प वर्षा होगी, राम का जय जयकार होगा,
पूजा, हवन,मंत्रो से राम विराजमान होंगे।।।।
मोहित जागेटिया
भीलवाड़ा राज.
No comments:
Post a Comment