ये दीप शिखा हर घर आँगन को जगमगा कर रोशनी से प्रकाशित करें। जीवन के अंधकार में प्रकाश का दीप जले।मां लक्ष्मी सबके घर सुख शांति समृद्धि भरे।
*शुभ दीपावली*
अमावस काली रात हैं।
दीप की ये बरसात हैं।
जग मगाती ये रोशनी,
हर ख़ुशी की सौगात हैं।
रोज समृद्धि का मान हो।
जलते दीप का दान हो।
हर घर लक्ष्मी आएगी,
पूजा करें वो ध्यान हो।
खुशियों का दीप जलाओ।
अपनों को गले लगाओ।
आज ये यह दिवाली हैं,
मिलकर त्यौहार मनाओ।।
अपनों का साथ निभाओ।
आंगन को खूब सजाओ।
इस मन का द्वेष मिटा कर,
अपनों से प्यार बढ़ाओ।
सजे मन,दिल का हर द्वार।
खिले हर रिश्तों में प्यार।
सब में खुशियाँ जो भर दे,
ये दिवाली का त्यौहार।
मोहित जागेटिया
गाँव -सिदडियास