नयनों को मटकाती है
दिल को ये भटकाती है
यौवन की खिलती रानी
कितने को लटकाती है।।
मधुमास उसकी जवानी
नेनो से बहता पानी
उसके संग बने जोड़ी
प्रेम की हो ये कहानी।।
इन होंटो पर हो चुंबन
हाथों से हो आलिंगन
उसके संग हो वो मिलन
प्रेम में कर दे समर्पण ।।
उसके संग बन जाये बात
प्रेम की हो बस बरसात
पूरी रात हो बरसात
हो ऐसी मिलन की रात।।
मोहित
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