राधा के बुलावें पर ,यशोदा का नन्द लाला
आज होली को खेलने, बरसाने आयेंगे।।
अपने सखा के संग ,रंग की होली खेलने
कान्हा सज सवर के, बरसाने जाएंगे ।।
बरसाने की गलिया ,राधिका संग सखिया
कान्हा प्रेम रंग वाली ,गुलाल लगाएंगे।
लट्ठ की मार पड़गी ,रंगों की बौछार होगी
बरसाने में जा कर, होली को मनाएंगे।।
मोहित
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