भारत के वो लाल है,वो सरहद की शान।
वतन हमारा अमर हो,वतन उनसे महान।।
देश कहानी लिख रहें, हमारे भी जवान।
दी जान देश पर लुटा ,रहें देश का मान ।।
सबसे प्यारा देश है,प्यारा हिन्दुस्तान।
वतन हमारी शान है,इस पर तन कुर्बान।।
तिरंगा देश की शान है,भारत की मुस्कान।
ये लहराता गगन पर,भारत का सम्मान।।
देश हमारी आन है,देश हमारी शान।
करते पूजा देश की,रहें देश सम्मान।।
बच्चों की दुनिया रहें,बचपन से हो प्यार।
बच्चें तो भगवान है,बच्चों से परिवार।।
बचपन की यादें रहें, बचपन वाला गाँव।
वो खेत खलियान रहें,रहें पेड़ की छाँव।।
प्यारा था बचपन कभी,आज नही है प्यार।
काश कभी वो दिन मिलें,आयें वो संसार।।
वो सुबह शाम खेत पर,करते अपना काम।
देश खुशहाल रहें,रहें देश का नाम ।।
गर्मी सर्दी खेत पर,करते पैदा धान।
रहें नही भूखा कभी ,देश का भी किसान।।
जब सपनों के साथ में,गुजरी थी ये रात।
आया मंगल दिन नया,आज का सुप्रभात।।
सब पंछी उड़ कर चले,चले वो आसमान।
मंजिल उनकी सफर है,सफर उनकी उड़ान।।
मन का पंछी उड़ रहा,कैसा हो संसार।
आज यहाँ पर कल कहाँ,पता नही किस पार।।
होगी जीत हार कभी,नही छोड़ना आस।
रखना मन मे जीत तो,होगा सब कुछ पास।।
देश का गुणगान करें,वीरों का सम्मान।
वतन से करें प्यार हम,शहीदों का बखान।।
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