मिलों तुम तो तुम्हारा ही अहसास लिखूंगा। तुम्हारी दूरी को में दिल के कभी पास लिखूंगा। तेरी चाहतो में मैं जो तुम पर हारा हूँ , मेरी सासों पर तुम्हारा निवास लिखूंगा।। मोहित
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