महेश वंदना
भगवान महेश तुम्हारी करू में वंदना
में शीश झुका कर चरणों मे बना हूँ अपना
जय जय महेश तुम्हारी जय भगवान महेश ।।
तेरे वंश के हम तेरी चरणों मे आयें
अपने दिल के सुमन तेरी चरणों मे लायें।
जय जय महेश तुम्हारी जय भगवान महेश।।
माहेश्वरी बना कर तुमने तो उधार किया
अपनी चरणों मे लगा कर अब स्वीकार किया
जय जय महेश तुम्हारी जय भगवान महेश।।
तुमने ही विवेक बुद्धि और तेज ज्ञान दिया
खुद के व्यापार में मान और सम्मान दिया
हार कर भी तुमने हमको जीवन दान दिया
करें तुम्हारी सेवा वो तुमने ध्यान दिया
जय जय महेश तुम्हारी जय भगवान महेश ।।
ये मेरा तन मन तुमको को तो समर्पण है
इस जीवन के पग पथ पर हर बार वंदन है
जय जय महेश तुम्हारी जय भगवान महेश।।
मोहित जागेटिया
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