Mohit jagetiya
Wednesday, July 1, 2020
प्रेम दोहें
तू बन जाना राधिका , मैं तेरा हूँ श्याम ।
हर जन्म अगर साथ तुम , बन जाऊँ मैं राम ।।
दिल की धड़कन में रहो , तुम दिल की मुस्कान ।
इन हाथों में हाथ हों , दिल में मेरी जान ।।
-- मोहित जागेटिया
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