Saturday, September 28, 2019

बारिश की बर्बादी

बारिश,बारिश,बारिश
बहुत हो रही है इस बार बारिश
नही रुख रही है इस बार बारिश
ये दौर बारिश का अब पूरा हुआ
लेकिन फिर भी बरस रही बारिश।
अब ये बर्बादी की बारिश है।
किसानों के खेतों में
सारी की सारी फसलें बर्बाद हो गई
अब कुछ नही रहा इतनी बारिश हुई
सारी फसलें गल गई
किसानों के हाथ खाली रहें
जीव,जन्तुओं, पशुओं के
खाने को भी अब कुछ नही बचा
इतनी बारिश बरसी की सब गल गया।।
कर्जा ले कर खेत बोयें थे किसानों ने
लेकिन अब भी हाथों कुछ नही आया
कर्ज ने किसानों को और डुबाया।।
बारिश से किसी किसी के
कच्चे महान भी ढह गये
इस बार ज्यादा बारिश से
सबको कुछ न कुछ नुकसान
जरूर हुआ।।
मोहित जागेटिया

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