मिट्टी का दीया ले कर
हर घर में रोशनी ले जाएं
हर आंगन का अंधकार
मिटा कर प्रकाश फैलाएं
हर घर मे खुशहाली हो
ऐसी सबकी ये दीवाली हो।।
दीप ज्योति का प्रकाश बन
दीन दुखियों के मन को हर्षाएं
सबका भर दे खुशियों से दामन
सबके मन को आलोकित कर दे
पग पथ पर प्रेम के सुमन को बिछा कर
हम ऐसी दीवाली मनाएं।।
एक दीया सरहद के
जवान के नाम का जलाएं
जिनकी वजह से हमारी
ये दीवाली है हम उसकी
सुरक्षा का और खुशहाली का
दीया जला कर दीवाली मनाएं।।
जगमगाती ये दीप शिखा
मन के द्वेष को मिटा कर
पाप के अंधकार को हटा कर
मन की शांति के दीप को
प्रज्वलित कर प्रेम से
हम ये दीवाली मनाएं।।
मोहित जागेटिया
भीलवाड़ा राज.
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