Wednesday, October 2, 2019

ज्यादा बारिश

हर और सबके खराब इस बार हालात है ,
बरस इतना रहा पानी खराब जज्बात है ।
किसानों के खेतों में फसलें या पानी है ,
समझ नहीं क्या ? इतनी भी बरसात है ।।

पता नही ईश्वर इस बार कहाँ पर खो गये ,
वो बीज भी नहीं मिला जो बीज वो बो गये ।
हर और पानी पानी हो रहा इस बार तो,
इस बार बारिश चालू कर भगवान सो गये ।।

मोहित जागेटिया

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