तेरी यादों में मुझे मेरा घर लगता है।
तेरे साथ मुझे अब भी वो सफर लगता है।
हो तुम किसी ओर के ये में अब जानता हूँ,
तेरा होने में मुझे भी अब डर लगता है। मोहित
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