Sunday, April 8, 2018

जिंदगी

जिंदगी सुबह है जिंदगी शाम है ।
जिंदगी तो इस जीवन का नाम है।
अब डल रही ये सुबह और शाम है
बन रहा इस जीवन का ये काम है।।
आज यहाँ कल वहाँ ये चल रही है
अपने दम पर जिंदगी पल रही है।
आज कल बचपन की यादें छोड़ कर
ये आंधी के बीच अब जल रही है।।
जिंदगी तो बात बात में कट रही
रोज उम्र हमारी यू घट रही है।
जिंदा तब तक जिंदगी जी रहा हूँ
रोज इस के लिए जहर पी रहा हूँ।
जिंदगी ही जीवन की मुस्कान है
जिंदगी ही जीवन की पहचान है।
मोहित

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