भगवान महेश हम तुम्हारी सन्तान है। तुम्हारा होना ही हमारी मुस्कान है ।
इस वंश में ला कर तुमने जो उधार किया माहेश्वरी पर कभी तुमने उपकार किया।
अपना विवेक बुद्धि का तेज ज्ञान दिया माहेश्वरी को सबसे ऊंचा सम्मान दिया। मोहित जागेटिया
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