Wednesday, August 28, 2019

कविताएं लेखन

हाइकु ,वर्ण पिरामिड  ,सायली ,ताका ,माहिया वर्णों का खेल है।
हाइकु 5,7,5 पर आधारित तीन पंक्तियों वाली गहरी रचना है ।
जिसमें दो बिंब जरुरी हैं।एक प्राकृतिक बिंब और दूसरा उससे संबंधित बिंब।
यह पहले 5 या 12में हो सकता है या अंतिम 12में ।
उदाहरण ':--
ओस की बूंद
बिखरे धरा पर ~
फूलों पे मोती
*पाखी*

माहिया
यह 12,10,12
वर्णों पर आधारित रचना है ।जिसमें नायक -नायिका के सवाल जबाव जैसे शब्द पिरोये जाते हैं।कुछफिल्मी गाने भी इस विधा पर हैंजो बहुत कर्णप्रिय हैं।
उदा.
*पाखी हूँ मैं पाखी*
*बच के रहना तुम*
*नयनन शर से साथी*
यहाँ पहले व तीसरे चरण का वाचिक तुकांत लय बद्धता के लिएजरूरी है।

वर्ण पिरामिड:-
यह एक वर्ण सेशुरू होकर सात वर्णों में पूर्ण होने वाली रचना है।
आधा वर्ण नहीं गिना जाता।
उदा.
हे
कृष्ण
उद्धव
मत आना
बताने यहाँ
ज्ञान विरह का
बाँटने मत आना।
पाखी

सायली
यह पांच पंक्तियों की रचना है ।
जिसमें वर्ण नहीं शब्द समूह भी गिने जाते हैं।
1,2,3,2,1 के क्रम से इसकी संरचना होती है।
कहते हैं सायली सीधा -उल्टा कैसे भी पढ़े सार्थक होनी चाहिये।
उदा.

सायली--
बनी
फूल पत्तो
सजी बगिया थी
उजाड दी
तुमने
पाखी

तांका कविताएँ
(5 7 5 7 7)

1
साहस शील
जीवन गतिशील
मन का सुख।
विवेक के सहारे
कर्तव्य निर्वहन।
2
बूढ़े माँ-बाप
जीने का हैं आधार
नही कबाड़।
हमारे हैं अस्तित्व
सुरक्षित भविष्य।
3
तेरा निज़ाम
सना है सन्नाटे से
मरता सच।
कराहता विश्वास
नही है कोई आस।
4
मुखौटा फेंक
असलियत दिखा
कुछ न छुपा।
पीठ पर न मार
सीने पर कर वार।
5
सच की मंडी
खूंटो पर लटका
बिकता सच।
सच के मुखौटों में
झूठ भरे चेहरे।

डॉ सुशील शर्मा

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