Saturday, August 3, 2019

जीवन का ये पल कैसा है विदाई गीत

जीवन का ये पल कैसा है ?
जो तुम हम से दूर जा रही हो ?
कैसे भूलेंगे बीतें कल वाले पल को।।
याद हमेशा आएगा बीता हर पल
साथ गुजरा साथ रहा हर वो पल
कभी न भूला पाएंगे बीतें उस कल को।।1

घर परिवार की रौनक तुम थी
घर आंगन की पूजा विश्वास तुम थी
तुम पापा मम्मी की प्यारी बेटी थी
मेरी और भैया कि प्यारी बहना थी
तुमको कभी न भूल पाएंगे हम
कभी न भूला पाएंगे बीतें उस कल को।।2

विदा तुम हम से हो कर उस घर जाओगी
उस घर मे खुशियों का दीप जलाओगी
इस घर की तरह तुम उस घर भी को मानना
उस परिवार को भी अपना परिवार मानना
बस इतना ही साथ था हमारा तुम्हारा
कभी न भूला पाएंगे बीतें उस कल को।।3

अब तुम जहाँ भी रहो खुशहाल रहना
हमारी दुआ तुम हमेशा सलामत रहना
हँसती हुई मुस्कराती हुई हमेशा रहना
इस घर की खुशियाँ उस घर मे भी रखना
विदा तुमको हम दिल से करते है
कभी न भूला पाएंगे बीतें उस कल को।।4

आज तुम प्रेम के बंधन से
सात फेरों के रिश्तों के बंधन में बँध गई हो
इस कुल से उस की बहू बन गई हो।
सदा ही सम्मान रखना रिश्तों के हर बंधन का
सदा महकता रहे तुम्हारा आँगन का उपवन
कभी न भूला पाएंगे बीते उस कल को।।5

इस विदाई में यादों का समंदर है
इस विदाई में दो परिवारों का घर है
ये शब्द नहीं मेरे दिल की वेदना है
तुम अपने घर जा रही हो आज इस घर से
ये मेरे अंतर्मन की संवेदना है ।
कभी न भूला पाएंगे बीतें उस कल को।।6

हर पल सुखी तुम्हारा संसार रहे
अजर-अमर तुम्हारा प्यार रहे
दिल की दुआ है दिनेश जी का हर पल साथ रहे
सुंदर संसार वाला शिल्पा तुम्हारा उपवन रहे
महकती रहें तुम्हारी वादियाँ ,
खिलती रहे तुम्हारे घर आँगन की कलियाँ ।।7

दिल से कभी नहीं तुमको ज़ुदा करेंगे
ये आँखे हमारी रो रही बीते एहसास को ले कर
तुम्हें तुम्हारी दुनिया में तो जाना होगा
जीवन का ये पल कैसा है ? विदा तुमको
आज आँखों में समंदर उमड़ पड़ा है
कभी न भूला पाएंगे बीतें उस कल को।।8

मोहित जागेटिया

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