जनता की थी अब की बार ये पुकार ।
आये कोई अब नया उम्मीदवार।
नई आशाये नया विश्वास होता,
तब जा कर होता किसका बेड़ा पार।।
मोहित
जनता करेगी किसका बेड़ा पार।
जनता ही चुनेगी ये वो सरकार।
जिसने नही सुनी थी जनता की तब,
उसकी जनता के दरबार मे हार।
मोहित
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