Thursday, August 30, 2018

कृष्ण जन्माष्टमी

घनाक्षरी छंद

बाबा नन्द का वो लाला
गोकुल का था वो ग्वाला
देवकी का था वो छोरा
आज मथुरा आया ।

मुरली का था दीवाना
राधा ने उसको जाना
बंसी बजा के उसने
गोपियों को नचाया।

माखन उसने खाया
सबके मन को भाया
मटकी उसने फोड़ी
राधा दिल चुराया।

ज्ञान का पाठ पढ़ाया
आगें सबको बड़ाया
उसने तो दुनिया को
प्रेम का पाठ पढ़ाया।।

मोहित

राधा नाचे कृष्ण नाचे,मन मोहन है साचे
मुरली की धुन पर वो नाचे गापी जन।
गोकुल का वो है ग्वाला गायों को उसने पाला
कान्हा की ऊँगली पर वो नाचे गोवर्धन।
वो हम सबका प्यारा जग है उसका सारा
पापियों का नाश किया हाथ मे सुदर्शन।
वो कृष्ण बाँकेबिहारी वो मोर मुकट धारी
वही द्वारिकाधीश है वो नन्द के नन्दन।।
मोहित

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