*महाराणा प्रताप...*
उस हल्दीघाटी में आज चेतक का धाम है।
वीर शौर्य उस महाराणा प्रताप का नाम है।
रण के मैदान में घोड़ा चेतक निराला था,
शौर्य और पराक्रम का हाथों में भाला था।
वीरता से उसने मेवाड़ नाम बढ़ाया था,
उस चेतक ने भी राणा का साथ निभाया था।
सच्ची निष्ठा महाराणा प्रताप की पहचान,
इसलिए वो इतिहास में विश्व ख्याति था महान।
अमर अमिट सच्ची महाराणा की कहानी है,
उस योद्धा की ये धरती वो राजस्थानी है।
मेवाड़ को कभी नही होने लिया था गुलाम,
लड़ता रहा हमेशा वो मेवाड़ का संग्राम।
मानवता की गरिमा को सदा ही सजाया था,
मेवाड़ का सदा ही उसने मान बढ़ाया था।।
उस महाराणा प्रताप पर है हमको अभिमान।
साहस की इस वीर भूमि का नाम है राजस्थान ।।
-- मोहित जागेटिया
भीलवाड़ा राज
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