Saturday, May 2, 2020

बिखर गया हूँ

बहुत थका हुआ हूँ,अभी बहुत बिखर गया हूँ।
सफ़र पहले अच्छा था अब किस सफ़र गया हूँ 

तेरे आने से पहले घर बहुत अच्छा था,
जब से आई हैं लगता मैं बस भर गया हूँ।।

जिंदगी में कैसी तन्हाई मिली हैं आज,
आज इन हालातों से मैं भी गुजर गया हूँ।

जो भी हालात है जीने नहीं दे रहें है,
मैं आज हालातों से फैसला कर गया हूँ।

जिंदगी का फैसला अब दिल ने कर लिया है,
टूटा विश्वास ले कर आज में मर गया हूँ।

सोच लेना तुम भी अब अच्छी तरह से आज,
जिंदगी की गहराई में अब उतर गया हूँ।।

मोहित जागेटिया
भीलवाड़ा राज....

No comments:

Post a Comment