इकरार
ये दिल भी तुम से आज इकरार करता है।
तुम्हारी धड़कनों से ये प्यार करता है।
कभी तुम अपना समझों या अब नही समझों
मेरा दिल आज तुमको स्वीकार करता है।।
ह्रदय की धड़कनों में तेरा ही प्यार है।
तुम से है जितना प्यार उतना हर बार है।
मेरी सासों की हर सास में तुम समाई,
मेरी तकदीर में तेरा ही इकरार है।।
मोहब्बत में तेरे सफर को आज पाया।
मेरे इस दिल ने तुम्हारा साथ बनाया ।
तुम ही हो जो मेरे दिल को महकाती हो,
तुमने हमको हसाया तुमने ही रुलाया।।
मैं तुम्हारी हर अदा से प्यार करता हूँ।
तेरी हर मुस्कान को स्वीकार करता हूँ।
जिंदगी के हर मोड़ पर तेरा साथ मिलें,
तुम्हारे प्यार का मैं इकरार करता हूँ।।
मोहित जागेटिया
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