Monday, December 17, 2018

चाँद से चेहरा

चाँद सा चेहरा है
रूप निराला है
होंठ मधुशाला है
आँखे कोमल सी
टिमटिमाती तारें है
खुले केस ऐसे लगते है
जैसे बहती नदी की धार है ।
ह्रदय के भावों में
प्रेम का सागर भरा है
कोमल दिल मे
प्रेयसी का ख्वाब सजा है।
प्रेम का प्याला
मधुमास के रस भरा
ऐसा तेरा प्यार है।
खिलती कली
योवन से भरी हो
प्रभात की किरण से
खिलता सुमन सा चेहरा
तेरी खुशबू से
महकता मेरा ह्रदय का आंगन।।

मोहित

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