" अभिलाषा"
एक आशा है एक अभिलाषा है।
हिंदी ही मेरी ये परिभाषा है।
हम सब मिलकर भाषा हिंदी बोले,
ये ही मेरी तुम सब से आशा है।।
सभी लोगो का मान सम्मान करूँ
अपनी सभ्य संस्कृति का बखान करूँ ।
अपनी माटी का में गुणगान करूँ
धरती के लिए जान कुर्बान करूँ।।
सभी मे भाई भाई का प्यार हो
मेरा खिलता हुआ ये गुलजार हो।
हमेशा मिलें जो प्यार स्वीकार हो
विश्व शांति का बना ये संसार हो।।
कभी कोई बच्चा भूखा न सोये
भूख के लिए कभी बच्चा न रोये
किसान कभी अपना आँसू न बोये
आज ये अभिलाषा ऐसा न होये।
मोहित जागेटिया
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