Saturday, September 15, 2018

मातृभूमि

*PKS प्रतियोगिता के लिए रचना:--*
--------------------
दिनाँक- - 16/9/2018
दिन-- -  रविवार
विषय--   मातृभूमि
विधा-- -कविता
~~~~~~~~~~
रचना:~.      

हल्दी,केसर,चंदन की ये मातृभूमि
ये वंदन की अभिनंदन की मातृभूमि।
अर्पण की और समपर्ण की मातृभूमि
ये सदा ही भारत नमन की मातृभूमि।।

ये वो सन्तों और ऋषियों की भूमि है
ये वो गीता ग्रन्थ मुनियों की भूमि है।
ये वो सागर और नदियों की भूमि है
ये सदा ही भारत दर्शन की भूमि है।

महाराणा,शिवा की वीर भूमि है
मीरा,तुलसी कबीर मातृभूमि है।
साहित्य,शेर शायर मीर भूमि है
ये तो वही राम लखन की भूमि है।

यहाँ पर मरने की कसम खाते है
इस धरती का सदा गीत गाते है।
इसी भूमि को सदा चूम जाते है
ये सदा ही अमन की मातृभूमि है।।

ये मेरी मातृभूमि वो पावन है
इस धरती को मेरा भी वंदन है।
मिलता धरती पर सबका दर्शन है
ये मेरी सदा अर्पण की भूमि है।।

नाम -मोहित जागेटिया
पता -गांव सिदडियास जिला व तह.भीलवाड़ा(राज.)
मोबाइल नम्बर 9950100160



No comments:

Post a Comment