पहला प्रयास दोहें लिखने का।
हम सबका वो धाम है, उसका ही है नाम।
हम सबका वो श्याम है , वो तो मेरा राम।।
तुम ही मेरी जान हो ,तुम ही मेरा प्यार।
तुम सच्ची मुस्कान हो ,तुम ही हो स्वीकार।।
धरती का वो लाल है, हम सब की है शान।
आन बान वो शान है,देश का है किसान।।
मोहित मेरा नाम है, खुद का अपना काम।
दिल मे रखता प्यार मैं, सभी को है प्रणाम।।
जनता राजस्थान की, मेडम से नाराज।
कोई सुनता भी नही ,नही हो रहा काज।।
तू तो मेरा यार है ,में भी तेरा यार ।
दिल का तू भी प्यार है ,में तेरा दिलदार।।
आज मिला जो प्यार है, वो तो है स्वीकार।
इसका हर पल शुक्रिया, तहदिल से आभार।।
आज बधाई जो मिली,मुझे खूब स्वीकार।
तन मन से है शुक्रिया,तहदिल से आभार।।
सरहद की तुम शान हो ,भारत की हो आन।
हाथों में है तिरंगा ,तुम हो मेरी जान।।
ये मन भावे ललित का ,रिश्ता रहें विशाल
महावीर का साथ हो ,पास हो तुम विकास।।
हर पल तेरा साथ हो, आया माँ तेरी शरण
सिर पर तेरा हाथ हो ,प्रणाम तेरी चरण।।
तेरे मेरे शब्द में ,प्यार जो है अपार।
जब रहता में साथ हूँ,जैसे है परिवार।।
इस दिल मे वो राज है,दिल भी उनके पास।
कैसा अब ये प्यार है,वो दिल भी है कास।।
हो अपनी सरकार ये, मत होना लाचार।
बन जाएं मतदान से ,अपनी ही सरकार।।
सही करो मतदान तुम ,हो अच्छी सरकार।
अच्छे नेता को चुनो , जीते जो हर बार।।
जनता की सरकार हो , खूब पड़े मतदान।
जो भी जनता की सुने ,हो उस का गुणगान।।
मेरे भारत देश की , लोकतंत्र की शान।
पहले तो मतदान है ,बाद में खान पान।।
मेरे प्रभु भगवान है ,वो ही मेरा धाम।
हम सब की हो वंदना,दिल मे हो बस राम।।
मोहित मेरा नाम है, सभी को है प्रणाम।
मैं सबको मोहित करू,करू मैं राम राम।।
सबके घर लक्ष्मी रहें,सबके घर धन धान।
विनती प्रभु से हम करे,हो सबका कल्याण।।
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