शक्ति स्वरूप है माँ दुर्गा का कभी अवतार । नव दिवस जगमगा रहा माँ का हर दरबार । आज पूजा वंदना हो रही नो रूप की, सब लोग बोल रहें जय माता की जयकार।। मोहित
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