कविता से हम शब्दों का खेल खेलते । हम कवि उस शब्दों में अर्थ को मेलते। कभी किसी की भावना को हम समझ कर, हम कवि शब्दों का दुख दर्द को झेलते ।। मोहित जागेटिया
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