"जिंदगी ऐसे ही हो"
जिंदगी की रागनी में
संगीत जैसा साज हो।
सफर ऐसा रहें
जैसे सरताज हो।
सुख दुख की गाड़ी
ऐसे चले! जैसे नदियों
का निर्मल पानी प्रवाह हो!
राह रागनी वाला जीवन
किसी के ये काम आयें।
ये जिंदगी हर सुख दुख में
सुबह शाम की तरह डल जाएं।
मौत हो सामने कभी न डरना
डट के सामना जीवन का करना।
कभी न हार मानना इस जीवन से
जीना सिर उठा के स्वाभिमान से
जिंदगी आज है कल न होगी
कल जो है अगले पल न होगी
जिंदगी ऐसी हो जैसे
किसी और न होगी।
मोहित जागेटिया
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