बदलते प्यार का आज तुम अहसास हो।
दिल से दूर रह कर भी अब तुम खास हो।।
उस मौसम की तरह दिल पर बरस जाहो।
बदलो मत हर ऋतु की तुम ही आस हो।।
एक न एक दिन हमको दूर जाना है।
नसीब में जुदाई हैं दिल के पास हो।।
दिल के अधूरे सपने तोड़ मत देना।
इस दिल की आरजू तुम ही विश्वास हो।।
आसमान के सितारों की तरह तुम भी।
दूर रह कर इस तुम दिल का आभास हो।।
मोहित
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