धरती हमारी लाल हुई गगन भी फिर से रोया।
हमारी रक्षा करते पुलवामा में जवान खोया।
इस धरा की भी फिक्र थी इसलिए माँ की कोख में
माँ का बेटा आज फिर से गहरी नींद में सोया।।
मोहित जागेटिया
अब विकास नही इन गद्दारों का विनास चाहिए।
मोदी तुम से देश को अब ये ही आस चाहिए।
जो भी देश के दुश्मन जो दुश्मन है भारत के,
सारे भारत के दुश्मनों की अब लास चाहिए।।
तिरंगे को जिन्होंने आज कफ़न बना लिया।
रौशनी रहेंगी अब ऐसा गगन बना लिया।
जो महकता रहेगा इस की ही फिजाओ में,
खुद को ऐसा वतन के लियें चमन बना लिया
मोहित जागेटिया
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