देश धरा से बड़ी कोई दौलत हो नही सकती । अमर प्यार की कोई और चाहत हो नही सकती। हमेशा वतन पर सब कुछ जान लुटा देने वालो, शहादत से बडी कोई इबाबत हो नही सकती। मोहित
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