Tuesday, February 26, 2019

सलाम

"सलाम "

सलाम है उनको,
जिन्होंने धमाल कर दिया
जान की बाजी लगा कर
दुश्मन का तमाम कर दिया।
दुश्मन के घर जा कर
दुश्मन को मार गिरा कर
इस देह धरा को अमर कर दिया।
है तुमको नमन
तुम्हारी शौर्य की गाथा
आज फिर अमर हो गई
तुमने अपने साहस का पराक्रम दिखाया
आसमान से तुमने ऐसी घात लगाई
दुश्मन के घर मे तुमने आग लगाई।
न कोई बचा ऐसी नींद सुलाई
कितने बेचैन थे वो इतने दिन
जिन शहीदों की चिताएँ जली
आज उन शहीदों को सच्ची
श्रदांजलि मिली।
तुम्हारे साहस पर सबको
आज अभिमान हो गया।
अब न प्रेम नही शांति होगी
अब तो ज्वाला की क्रांति होगी।
दुश्मन को दफनाकर
हमारी विजय की कहानी होगी।

मोहित जागेटिया

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