मोहन तुम से प्रीत है,राधा के तुम श्याम। राधा मोहन एक है,दोनु एक ही नाम।।
सासों में राधा बसी,उसके प्यारे श्याम। गोपी की वो याद है,यादों के वो राम।।
राधा के बस श्याम है,गोकुल उसका धाम।। जीवन उससे महकता,मीरा के घनश्याम।। मोहित जागेटिया
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